मोतियाबिंद क्या है? (What is Motiyabind/Cataract )

मोतियाबिंद (Cataract) आँखों का एक सामान्य रोग है, जिसमें आँख के लेंस (Lens) में धुंधलापन आ जाता है। इसके कारण दृष्टि धीरे-धीरे कम होने लगती है और अंततः अंधापन भी हो सकता है। यह समस्या अधिकतर उम्रदराज लोगों में देखी जाती है, लेकिन मधुमेह (Diabetes), आँखों में चोट या कुपोषण के कारण यह किसी भी उम्र में हो सकता है।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

इस बिमारी के लक्षण (Symptoms of Cataract )

  • धुंधला या धुँधला दिखाई देना
  • रात के समय देखने में कठिनाई
  • रोशनी से चकाचौंध होना
  • एक ही वस्तु के दो या तीन चित्र दिखाई देना
  • चश्मे का नंबर बार-बार बदलना

मोतियाबिंद के कारण (Causes of Cataract )

  • उम्र बढ़ना (Age-related changes)
  • मधुमेह (Diabetes)
  • आँखों में चोट (Eye injury)
  • अत्यधिक धूप या UV किरणों का प्रभाव
  • धूम्रपान और शराब का सेवन
  • पोषक तत्वों की कमी (विटामिन A, C, E की कमी)

मोतियाबिंद का आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic Treatment for Cataract)

आयुर्वेद में मोतियाबिंद को “लिंग नाश” या “तिमिर रोग” कहा जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में वात (Vata) और कफ (Kapha) दोष के असंतुलन से यह रोग होता है। निम्नलिखित आयुर्वेदिक उपायों से मोतियाबिंद को रोका और नियंत्रित किया जा सकता है:

1. आयुर्वेदिक दवाएँ (Ayurvedic Medicines)

  • त्रिफला चूर्ण (Triphala Churna): रात को त्रिफला चूर्ण को पानी में भिगोकर सुबह छानकर आँखों में डालने से लाभ होता है।
  • अंजन (काजल): हरिद्रा (हल्दी) और घी से बना काजल आँखों में लगाने से फायदा होता है।
  • सप्तामृत लौह (Saptamrit Lauh): यह आयुर्वेदिक दवा आँखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करती है।

2. आहार और जीवनशैली (Diet & Lifestyle)

  • विटामिन A युक्त आहार: गाजर, पालक, आँवला, दूध, घी का सेवन करें।
  • एंटीऑक्सीडेंट्स: अखरोट, बादाम, हरी सब्जियाँ खाएँ।
  • आँखों की एक्सरसाइज: नियमित रूप से आँखों को घुमाने और पलक झपकाने की आदत डालें।
  • धूप से बचाव: सूरज की किरणों से आँखों को बचाने के लिए धूप का चश्मा पहनें।

3. घरेलू उपचार (Home Remedies for Cataract)

  • शहद की बूँदें: शुद्ध शहद की 1-2 बूँदें रोजाना आँखों में डालें।
  • आँवला जूस: रोज सुबह आँवला जूस पीने से आँखों की रोशनी बढ़ती है।
  • गुलाब जल: ठंडे गुलाब जल से आँखों को धोएँ।

मोतियाबिंद से बचाव (Prevention Tips for Cataract in Hindi)

✅ धूम्रपान और शराब से दूर रहें।
✅ संतुलित आहार लें, विटामिन्स युक्त भोजन करें।
✅ नियमित आँखों की जाँच करवाएँ।
✅ UV किरणों से आँखों को बचाएँ।

निष्कर्ष (Conclusion)

मोतियाबिंद एक गंभीर समस्या है, लेकिन आयुर्वेदिक उपचार और सही जीवनशैली अपनाकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है। अगर समस्या गंभीर हो तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

  1. नौशादर को सुरमे की भाँति बारीक पीस कर काजल के जैसे आखो में लगाने से मोतियाबिंद कट जाता है I 60 दिन तक सुबह और रात को सोते समय आखो में सुरमे की तरह लगाये I 

2. निर्मली के बीज को शहद के साथ घिसकर नेत्रों में लगाने से मोतियाबिंद कट जाता है I 60 दिन तक सुबह और रात को सोते समय आखो में सुरमे की तरह लगाये I

3. 5-6 गांठे हल्दी की लेकर अमृतधारा(पंसारी से शीशी मिल जाएगी )में डाल दे और एक सप्ताह तक पड़ा रहने दे उसके बाद इस गाठ को पानी के साथ पत्थर पर घिस कर दिन में दो बार आँखों में लगाने से मोतियाबिंद कट जाता है और नेत्र ज्योति बढ़ती है I