परिचय
मुख के छाले (स्टोमेटाइटिस) एक सामान्य समस्या है जिसमें मुंह के अंदर छोटे-छोटे घाव हो जाते हैं। ये छाले दर्दनाक हो सकते हैं और खाने-पीने में तकलीफ देते हैं। आयुर्वेद में इसे “मुखपाक” कहा जाता है, जो पित्त दोष और कफ दोष के असंतुलन के कारण होता है। इस लेख में हम मुख के छालों के कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक उपचार के बारे में विस्तार से जानेंगे।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!स्टोमेटाइटिस के प्रमुख कारण (Causes of Stomatitis in Hindi)
आयुर्वेद के अनुसार, मुख के छाले निम्न कारणों से हो सकते हैं:
- पित्त दोष बढ़ना – अधिक तला-भुना, मसालेदार या गर्म तासीर वाला भोजन करने से।
- कफ दोष का प्रकोप – अधिक ठंडा, भारी और चिपचिपा भोजन लेने से।
- अम्ल पित्त (एसिडिटी) – पेट में अम्लता बढ़ने से मुंह में छाले हो सकते हैं।
- शरीर में विषाक्तता (टॉक्सिन्स) – खराब पाचन और मल के जमाव के कारण।
- तनाव और नींद की कमी – मानसिक असंतुलन से भी छाले हो सकते हैं।
- संक्रमण – वायरल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण।
मुख के छालों के लक्षण (Symptoms of Mouth Ulcers in Hindi)
- मुंह के अंदर लाल या सफेद रंग के छोटे घाव
- जलन और दर्द, खासकर खाने-पीने के समय
- मुंह से दुर्गंध आना
- लार का अधिक बनना
- बुखार (कभी-कभी)
आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic Treatment for Stomatitis in Hindi)
1. आयुर्वेदिक घरेलू उपाय (Ayurvedic Home Remedies)
✅ एलोवेरा जेल – मुंह के छालों पर लगाने से जल्द आराम मिलता है।
✅ त्रिफला चूर्ण – गुनगुने पानी के साथ त्रिफला चूर्ण से कुल्ला करें।
✅ नारियल तेल और शहद – दोनों को मिलाकर छालों पर लगाएं।
✅ आंवला का रस – विटामिन सी से भरपूर आंवला रस पीने से छाले ठीक होते हैं।
✅ लौंग का तेल – दर्द और सूजन कम करने में मददगार।
2. आयुर्वेदिक दवाएं (Ayurvedic Medicines)
- यष्टिमधु (मुलेठी) चूर्ण – मुंह में रखकर चूसने से आराम मिलता है।
- अमृतधारा वटी – पानी में घोलकर कुल्ला करें।
- कामदुधा रस – पित्त शांत करने वाली प्रभावी आयुर्वेदिक दवा।
- खदिरारिष्ट – मुंह के संक्रमण को दूर करता है।
3. आहार और जीवनशैली (Diet and Lifestyle Tips)
- गर्म और मसालेदार भोजन से बचें।
- ठंडी तासीर वाले फल जैसे खीरा, तरबूज, नारियल पानी लें।
- दही और चावल का सेवन फायदेमंद है।
- तनाव कम करने के लिए योग और प्राणायाम करें।
निष्कर्ष (Conclusion)
मुख के छाले (स्टोमेटाइटिस) एक कष्टदायक समस्या है, लेकिन आयुर्वेदिक उपचार और सही आहार से इसे जल्दी ठीक किया जा सकता है। यदि समस्या बार-बार होती है, तो किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।