परिचय

काला पीलिया (Black Jaundice), जिसे क्रॉनिक लिवर डिजीज या गंभीर पीलिया भी कहा जाता है, एक गंभीर लिवर संबंधी विकार है। यह रक्त में बिलीरुबिन की अधिकता के कारण होता है, जिससे त्वचा, आँखें और मूत्र का रंग पीला या गहरा हो जाता है। आयुर्वेद में इसे “कामला” रोग के रूप में जाना जाता है, जो पित्त दोष के असंतुलन के कारण उत्पन्न होता है।

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इस लेख में हम काले पीलिया के कारण, लक्षण, आयुर्वेदिक उपचार और देखभाल के बारे में विस्तार से जानेंगे।


काला पीलिया के कारण (Causes of Black Jaundice)

आयुर्वेद के अनुसार, काले पीलिया के प्रमुख कारण निम्न हैं:

  1. पित्त दोष का बढ़ना – अत्यधिक तला-भुना, मसालेदार और गरम भोजन करने से।
  2. अनियमित खानपान – देर रात भोजन, अधिक शराब और धूम्रपान का सेवन।
  3. लिवर में संक्रमण – हेपेटाइटिस B, C या अन्य वायरल इन्फेक्शन।
  4. विषाक्त पदार्थों का जमाव – कीटनाशक युक्त भोजन, दूषित पानी।
  5. अनुवांशिक कारण – कुछ मामलों में लिवर की बीमारी पारिवारिक हो सकती है।

काले पीलिया के लक्षण (Symptoms of Black Jaundice)

  • त्वचा और आँखों का पीला पड़ना
  • गहरे रंग का मूत्र
  • थकान और कमजोरी
  • पेट दर्द और सूजन
  • भूख न लगना और वजन घटना
  • मल का रंग हल्का या सफेद होना

यदि ये लक्षण दिखें, तो तुरंत आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लें।


काले पीलिया का आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic Treatment for Black Jaundice)

1. आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ (Effective Herbs)

  • भृंगराज – लिवर को डिटॉक्स करता है।
  • कुटकी (Picrorhiza kurroa) – पीलिया में अत्यंत लाभकारी।
  • गिलोय – इम्यूनिटी बढ़ाता है और लिवर को मजबूत करता है।
  • पुनर्नवा – लिवर की सूजन कम करती है।
  • अमला – विटामिन C से भरपूर, लिवर को स्वस्थ रखता है।

2. आयुर्वेदिक घरेलू उपाय (Home Remedies)

  • मूली का रस – प्रतिदिन सुबह खाली पेट पिएँ।
  • गन्ने का रस – पीलिया में बहुत फायदेमंद माना जाता है।
  • हल्दी वाला दूध – एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर।
  • त्रिफला चूर्ण – रात को गुनगुने पानी के साथ लें।

3. आहार और जीवनशैली (Diet & Lifestyle Tips)

✔ हल्का और सुपाच्य भोजन – मूंग दाल की खिचड़ी, दलिया।
✔ नारियल पानी और छाछ – शरीर को हाइड्रेट रखता है।
✔ तली-भुनी चीजों से परहेज – मिर्च-मसाले कम करें।
✔ योग और प्राणायाम – कपालभाति, अनुलोम-विलोम करें।


निष्कर्ष (Conclusion)

काला पीलिया एक गंभीर बीमारी है, लेकिन आयुर्वेदिक उपचार और सही जीवनशैली से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आप या आपके परिवार में कोई इस समस्या से जूझ रहा है, तो किसी अनुभवी आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।

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