आँखें हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील अंग हैं, और इनमें संक्रमण (Eye Infection) होना एक आम समस्या है। आयुर्वेद में आँखों के संक्रमण को “नेत्र अभिष्यंद” या “नेत्र रोग” कहा जाता है। यह समस्या वात, पित्त और कफ दोष के असंतुलन के कारण होती है। इस लेख में हम आयुर्वेदिक नजरिए से आँखों के संक्रमण के कारण, लक्षण और प्राकृतिक उपचार के बारे में विस्तार से जानेंगे।

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आँखों में संक्रमण के प्रमुख कारण (Causes of Eye Infection in Ayurveda)

आयुर्वेद के अनुसार, आँखों के संक्रमण के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:

  1. पित्त दोष का बढ़ना – अधिक तला-भुना, मसालेदार भोजन, गर्मी और प्रदूषण के कारण पित्त दोष बढ़ता है, जिससे आँखों में जलन, लालिमा और संक्रमण हो सकता है।
  2. कफ दोष का असंतुलन – ठंडी और गीली हवा, अधिक नमी वाले स्थान पर रहने से कफ दोष बढ़ता है, जिससे आँखों से पानी आना और सूजन हो सकती है।
  3. अनुचित आहार-विहार – देर रात तक जागना, मोबाइल-कंप्यूटर का अधिक उपयोग, धूल-मिट्टी के संपर्क में आना।
  4. आँखों की सफाई न रखना – गंदे हाथों से आँखें छूना, प्रदूषित पानी के संपर्क में आना।
  5. संक्रमण (Bacterial/Viral) – कंजंक्टिवाइटिस (Conjunctivitis), स्टाई (Stye) या अन्य बैक्टीरियल/वायरल इन्फेक्शन।

आँखों के संक्रमण के लक्षण (Symptoms of Eye Infection)

  • आँखों में लालिमा (Redness)
  • खुजली और जलन (Itching & Burning)
  • आँखों से पानी आना (Watery Eyes)
  • सूजन और दर्द (Swelling & Pain)
  • पीले या हरे रंग का डिस्चार्ज (Yellow/Green Discharge)
  • रोशनी से चुभन (Sensitivity to Light)
  • धुंधला दिखाई देना (Blurred Vision)

आयुर्वेदिक उपचार: आँखों के संक्रमण का घरेलू इलाज (Ayurvedic Home Remedies for Eye Infection)

1. त्रिफला का प्रयोग (Triphala Eye Wash)

त्रिफला (हरड़, बहेड़ा, आंवला) आँखों के लिए अमृत समान है।

उपयोग विधि:

  • 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण को रातभर 1 गिलास पानी में भिगोकर रखें।
  • सुबह छानकर इस पानी से आँखों को धोएं।
  • यह संक्रमण, जलन और लालिमा को कम करता है।

2. गुलाब जल (Rose Water)

गुलाब जल आँखों को ठंडक देता है और संक्रमण से बचाता है।

उपयोग विधि:

  • साफ कॉटन को गुलाब जल में भिगोकर आँखों पर रखें।
  • दिन में 2-3 बार प्रयोग करें।

3. एलोवेरा जेल (Aloe Vera Gel)

एलोवेरा में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो आँखों की सूजन कम करते हैं।

उपयोग विधि:

  • ताजा एलोवेरा जेल निकालकर आँखों के आसपास लगाएं।
  • 10 मिनट बाद ठंडे पानी से धो लें।

4. शहद और अदरक (Honey & Ginger)

शहद और अदरक का रस आँखों के लिए फायदेमंद है।

उपयोग विधि:

  • 1 चम्मच शहद में 2 बूंद अदरक का रस मिलाएं।
  • इसे आँखों के बाहरी हिस्से पर लगाएं (आँखों के अंदर न डालें)।

5. नेत्र तर्पण (Netra Tarpana – Ayurvedic Eye Therapy)

यह एक पारंपरिक आयुर्वेदिक उपचार है, जिसमें घी से आँखों को पोषण दिया जाता है। इसे किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की देखरेख में करवाएं।


आँखों के संक्रमण से बचाव (Prevention Tips for Eye Infection)

✔️ आँखों को बार-बार न छुएं – गंदे हाथों से आँखें न रगड़ें।
✔️ साफ पानी से आँखें धोएं – दिन में 2-3 बार ठंडे पानी से आँखें धोएं।
✔️ पौष्टिक आहार लें – विटामिन-ए युक्त भोजन (गाजर, पालक, आंवला) खाएं।
✔️ पर्याप्त नींद लें – आँखों को आराम दें और 7-8 घंटे सोएं।
✔️ धूप और प्रदूषण से बचें – सनग्लासेस पहनकर बाहर निकलें।


निष्कर्ष (Conclusion)

आयुर्वेद में आँखों के संक्रमण का प्राकृतिक और सुरक्षित इलाज उपलब्ध है। त्रिफला, गुलाब जल, एलोवेरा और शहद जैसी चीजों का उपयोग करके आप आँखों की समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। यदि समस्या गंभीर हो, तो किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श लें।